मैं प्रयाग धर्मानी ‘डायरी की शायरी’ प्लेटफॉर्म, इसके एडमिन और उनकी पूरी टीम का तहे- दिल से शुक्रगुज़ार हूँ जिन्होंने अपने इस मंच के माध्यम से नए कवियों को ये मौका दिया है कि वो अपनी रचनाओं को दुनियां के सामने रख सकें । वैसे तो इसके लिए उन कवियों के सोशल मीडिया पर स्वयं के चैनल, पेजेस और अन्य हैंडल्स भी हो सकते हैं लेकिन इस तरह के सार्वजनिक और संयुक्त मंच (डायरी की शायरी) स्वयं का मूल्यांकन करने के लिए सबसे अधिक उपयुक्त होते हैं । क्योंकि यहाँ उनके लेखन का जो आंकलन होता है वो अधिक वास्तविक और यथार्थ पर होता है । मैं उम्मीद करता हूँ कि आगे भी ऐसे ही अवसर ‘डायरी की शायरी’ मंच एवं इसकी आयोजक टीम द्वारा लेखकों को दिए जाते रहेंगे और उनके लेखन की वास्तविक समीक्षा हो सकेगी । एक बार पुनः व्यक्तिगत तौर पर मैं आपका और पाठकों का धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरे लेखन को योग्य मानते हुए मुझे इस प्रतियोगिता में विजेता का सम्मान दिया । कवियों को मंच देने की आपकी इस कोशिश की मैं हृदय से सराहना करता हूँ । 🙏🏻🙏🏻