Life poetry: कभी आँखों में सपने हैं... - डॉ॰ गुड़िया राजीव रंजन

image source:  Unsplash

www.diarykishayri.com

BY डॉ॰ गुड़िया राजीव रंजन

कभी आँखों में सपने हैं, कभी ग़म की बयानी है जिंदगी भी अजब शै है, अजब सारी कहानी है !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

अजब से गीत है इसके, अजब सुर-ताल हैं सारे अंधेरे हैं उजालों में, अजब इसकी रवानी है !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

यहां पर शोर चुप्पी का, हादसों के हैं सन्नाटे यहां पर दर्द की भाषा, गुनाहों की निशानी है !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

कभी कलरव है पंछी का, कभी बसी का मीठा रव कभी दुख-दर्द आँखों में, कभी यह रात रानी है !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

है दरिया ज़लज़लों का ये मगर कश्ती है साहिल पर यहां क़ातिल ही मुंसिफ है रवायत आसमानी है  !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

बहारों के भी मौसम हैं खि़ज़ाओं की भी आमद है शहर है पत्थरों का पर उम्मीदों की जवानी है !

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash

Next story 👇   Top 10 Indori shayari collection hindi - राहत इंदौरी

www.diarykishayri.com

image source:  Unsplash